उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों के निर्माण की पहल शुरू- नगर निगम झांसी

जानें आखिर कैसे है संभव झांसी की सडकों की गुणवत्ता में होगा सुधार
झांसी। अक्सर नई बनी सड़कें मौसम के प्रभाव या भारी वाहनों की लगातार आवागमन से गड्डो में तब्दील हो जाती है और बरसात के मौसम में ऐसे गड्ढों में जल भराव होने से आवागमन में परेशानियों से दोचार होने वाली झांसी महानगर की लोगों को अब जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने जा रहा है। झांसी नगर निगम ने उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों के निर्माण की पहल शुरू कर दी है।
सड़कों की सेहत में सुधार का यह दारोमदार आया है प्लास्टिक कचरे पर। क्या प्लास्टिक कचरे का भी हो सकता है कुछ इस्तेमाल यह सवाल आपके दिमाग मे उठना लाजि़मी है लेकिन यह पूरी तरह से संभव है।

प्लास्टिक की जल्द न नष्ट होने का अवगुण सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल होने पर इसके गुण में बदल जाता है और डामर के साथ एक निश्चित अनुपात में मिलाया गया यह प्लास्टिक कचरा नवनिर्मित सड़कों को कई खूबियों से लैस कर देता है।

झांसी नगर निगम इसी प्लास्टिक कूड़े कचरे का इस्तेमाल कर सड़कों को ऐसी मजबूती देने की कोशिश में लगा है कि बनने वाली सड़के मौसम की मार से न केवल बची रहेंगी बल्कि बार बार टूटने के कारण आम लोगों को होने वाली बड़ी समस्याओं का भी समाधान संभव हो सकेगा। इन सडकों की पानी रोकने की क्षमता 15 से 20 प्रतिशत अधिक होगी।

नगर निगम झांसी के अधिशासी अभियंता एम के सिंह ने बताया कि प्लास्टिक को डामर में मिलाकर सड़कें बनाई जाएंगी, जो अधिक मजबूत होंगी और उनमें पानी रोकने की क्षमता अधिक होगी। झांसी के नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने बताया कि प्लास्टिक वेस्ट के मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए अब नगर निगम की सड़कों में प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम के स्तर पर तैयारियां भी चल रही हैं। नारायण बाग के सामने बनने वाली सड़क में प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जायेगा।
नगर निगम कचरा प्रवंधन को लेकर कई तरह की रणनीतियों पर काम करता रहा है। नगर निगम के प्लास्टिक वेस्ट प्लांट में प्लास्टिक का कचरा जमा होता है। यहां इन्हें अलग कर निर्धारित आकारों में काट दिया जाएगा, जो एजेंसी नगर निगम के लिए सड़क का निर्माण करेगी, उसे नगर निगम के निर्धारित दर पर प्लास्टिक वेस्ट लेना होगा। यह प्लास्टिक सड़क बनाने में तारकोल के साथ 6 से 8 प्रतिशत तक मिलाया जा सकेगा। अनुमान है कि लगभग एक किमी सड़क बनाने में 02 टन से अधिक प्लास्टिक वेस्ट की खपत हो सकेगी। इससे नगर निगम को राजस्व भी हासिल होगा।
प्लास्टिक की मिलावट कर बनने वाली सड़क में पानी रोकने की क्षमता 15 से 20 प्रतिशत अधिक होगी। सड़क मजबूत होती है और इनके उखड़ने की आशंका भी कम रहती है।

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