नियमित सफाई से दांतों की बढ़ा सकते जिन्दगी – डॉ ऋचा

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झाँसी में राज्य परिवार नियोजन अभिनवीकरण सेवा परियोजना एजेंसी (सिफ्सा)  द्वारा डॉक्टर विजिट का आयोजन किया गया. इसमें दन्त चिकित्सक डॉ. प्रतीक गुबरेले और डॉ. ऋचा व्यास ने विद्यार्थियों को दन्त के देखभाल के तरीके और होने वाली समस्यायों के बारे में बताया.

डॉ. ऋचा व्यास ने स्वयंसेवकों को बताया कि दांत की नियमित सफाई बहुत जरुरी है. इसके साथ ही साथ साल में एक या दो बार डॉक्टर से दांत की सफाई करवानी चाहिए जिससे जो समस्या उत्पन्न हो रही हो उसका निदान किया जा सके, दांत की नियमित सफाई करवाने से हम उनकी जिन्दगी को बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि दांतों से सबसे ज्यादा समस्या तम्बाकू से होती है. इसलिए यह जरुरी है कि तम्बाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।

डॉ. प्रतीक व्यास ने कहा कि दांतों में कई बार समस्या होने पर हम घर पर ही उसका उपचार करने लगते हैं लेकिन इससे समस्या ख़त्म होने की जगह बढ़ जाती है. दांतों की उम्र को बढ़ाने के लिए यह जरुरी है कि डॉक्टरों की सहायता से ही समस्या का निदान कराया जाए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम अपने घर की नियमित सफाई करते हैं लेकिन होली या दीपावली के समय सफाई होती है तो कुछ न कुछ कबाड़ निकलता ही है. उसी प्रकार से दांतों की सफाई हम अपने घर में नियमित रूप से करते हैं लेकिन वर्ष में एक या दो बार डॉक्टर से उसकी सफाई करवाना जरुरी है।

सिफ्सा की नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता ने बताया कि सिफ्सा के अंतर्गत स्वयंसेवकों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने बताया कि इसके पूर्व मानसिक स्वास्थ्य और गर्भावस्था के दौरान ध्यान देने वाले विषयों पर विद्यार्थियों से डॉक्टरों की चर्चा कराया गया था।

कार्यक्रम अधिकारी सिफ्सा डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि आज लगभग 100 विद्यार्थियों के दांतों का परिक्षण किया गया. विद्यार्थियों को दांतों के देखभाल और हो रही समस्यायों के बारे में डॉक्टरों द्वारा बताया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. मुन्ना तिवारी ने कहा कि दांत के रास्ते ही सारे स्वाद हमारे जीभ को मिलते हैं. अतः इसकी देखभाल जरुरी है. प्रो. मुन्ना तिवारी ने कहा कि तम्बाकू न केवल कैंसर का कारण बनता है बल्कि यह हमारे दांतों को भी ख़राब कर देता है. नियमित सफाई करने पर भी दांतों को तम्बाकू से बचाना जरुरी है. इस अवसर पर एस.के. सोनी, पार्थ बाली, नंदनी कुशवाहा, निकेता एवं अन्य सिफ्सा स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights