सोशल मीडिया में इन दिनों एक तस्वीर घूम रही है जिसके बारे में चर्चा है कि बाल्मीकी रामायण में दिए गए विवरणों के आधार पर उकेरा गया है इसे कैनवास पर।
तस्वीर वाक़ई बेहद शालीन,तेजस्वी और आकर्षक है।
तस्वीर में भाल,हनु,चिबुक,नासिका,कर्ण,ओष्ठ जिस नपे तुले अनुपात में हैं,शायद ही किसी साधारण मानव को ऐसी अनोखी देहयष्टि उपलब्ध हो!
आँखों में निष्काम भाव की एक दीप्ति आभा और गहराई की विचार द्रष्टि जो दिखती है,दुर्लभ प्रतीत होती है।
घुंघराले लम्बे बाल इस आभा में चार चाँद लगा रहे हैं।
व्यक्तित्व की यह पूर्णता मुझे लगता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम के अलावा और भला किस में हो सकती है!
तस्वीर बनाने वाले के अंतर तल में कहीं न कहीं एक गहरा भाव ज़रूर रहा होगा भगवान के रूप के आग्रह को लेकर।
मेरे_राम