समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को आज बुधवार यानी 5 अप्रैल को पद्म भूषण पुरस्कार दिया जाएगा।
समाजवादी पार्टी मुखिया और अपने समर्थकों के बीच नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह को इस साल 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर यह सम्मान देने की घोषणा हुई थी।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में मुलायम सिंह यादव को देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
गांव की पगडंडी से निकलकर शहरों में अंग्रेजीदा लग्जरी क्लास की राजनीति करने वालों के दांत खट्टे करने वाले मुलायम सिंह यादव फिर तो राजनीति का वह विशाल वृक्ष बने जिसके नीचे समाजवाद का नारा खूब बुलंद हुआ.
अक्टूबर 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की स्थापना की जब पार्टी का चुनाव चिन्ह उन्होंने साईकिल को बनाया. साईकिल से अपनी सवारी की शुरुआत करने के कारण ही उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी का चुनाव चिन्ह साईकिल चुना।
मुलायम सिंह यादव ने तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश का नेतृत्व किया. उन्होंने संसद में सात बार उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया. वे एचडी देवगौड़ा की संयुक्त गठबंधन वाली केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे।
कई दिनों से बीमार चल रहे मुलायम सिंह यादव 82 साल के थे. उन्होंने दिल्ली के निकट गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 10 अक्टूबर की सुबह आखिरी सांस ली थी, इसलिए उनकी जगह उनके पुत्र सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के हाथ से सम्मान ग्रहण करेंगेइस दौरान उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद रहेंगी।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने इसकी पुष्टि भी की है अखिलेश यादव शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के हाथों से पद्म विभूषण पुरस्कार ग्रहण करेंगे।
रिपोर्ट – छवि द्विवेदी