झांसी। बुंदेलखंड युनिवर्सिटी अपने कैंपस में ही नकल रोकने में नाकाम है। परीक्षा भवन में परीक्षा देने के लिए बेधड़क परीक्षार्थी पर्ची और प्रश्न बैंक लेकर पहुंच रहे हैं। न तो उनकी मुख्य द्वार पर जांच होती है, न ही नकल करने पकड़े जाने पर परीक्षार्थियों के खिलाफ कार्रवाई। अमर उजाला की पड़ताल में बृहस्पतिवार को बाथरूम में नकल की पर्चियां पड़ी मिलीं।
युनिवर्सिटी में परीक्षा शुरू हुए लगभग 7 दिन से अधिक समय हो चुका है। इसके बावजूद अब तक सिर्फ दो-तीन ही परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा गया है। जबकि, यहां पर काफी तादाद में छात्र पर्चियां और प्रश्नबैंक लेकर परीक्षा देने पहुंच रहे हैं। ये छात्र पेपर मिलने के बाद बाथरूम में चले जाते हैं और छुपाकर रखी हुई किताब के पन्नों को देखने लगते हैं। इसके बाद छात्र बाथरूम में ही छुपाकर आ जाते हैं। इससे साफ पता चलता है कि परीक्षा शुरू होने से पहले छात्र-छात्राओं की जांच नहीं हो रही है। तभी वो परीक्षा कक्ष तक प्रश्न बैंक, पर्चियां आदि लेकर पहुंच जा रहे हैं।
बृहस्पतिवार को परीक्षा खत्म होने के बाद जब अमर उजाला की टीम परीक्षा भवन पहुंची तो वहां के बाथरूम में पर्चियां बिखरी पड़ी हुई थीं। ये पर्चियां किसी प्रश्नपत्र की नहीं, बल्कि प्रश्न बैंक की थी। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि केंद्राध्यक्ष क्या कर रहे हैं? बताया गया कि रोजाना बाथरूम साफ कराए जाते हैं, ऐसे में लगातार ऐसी पर्चियां बरामद होने के बावजूद क्या केंद्राध्यक्ष ने बीयू अधिकारियों को ऐसी कोई जानकारी
परीक्षा नियंत्रक ने नक़ल पर क्या कहा
बीयू में पूरी तरह नकल विहीन परीक्षा कराई जा रही है। नकल करते पकड़े जाने पर दो-तीन छात्रों को अन फेयर मींस (यूएफएम) में बुक भी किया गया है। कंट्रोल रूम से भी निगरानी की जा रही है। अब और सख्ती बढ़ाएंगे। – राजबहादुर, परीक्षा नियंत्रक, बीयू।