जालौन (उरई)। कौमी एकता के प्रतीक हजरत सुखचैन शाह बाबा के तीन दिवसीय सालाना उर्स का गुरूवार को चादर पेश कर व फातिहा के साथ समापन हुआ। उर्स के दौरान अकीदतमंदों का तांता लगा रहा। नगर में चादर जुलूस निकाला गया। जो तकिया मैदान, झंडा चैराहा, पानी की टंकी, कोतवाली रोड, देवनगर चैराहा, सब्जी मंडी होकर दरगाह शरीफ पहुंचा। आस्ताने मुबारक पर चादर पेश की गई।
बड़ी संख्या में अकीदतमंद चादर शरीफ उठाकर चल रहे थे। तीन दिवसीय सालाना उर्स में शायर सजर अली ने नात पढ़कर सुनाई। उर्स में आए सैयद जफर अली ने कहा कि हमेशा भलाई के लिए काम करो। कोई काम ऐसा न करो जिससे दूसरों को दुख पहुंचे या परेशानी उठानी पड़े। अगर आप दूसरों के साथ भलाई करते हैं तो अल्लाह भी आपके साथ अच्छा करता है। हजरत सुखचैन शाह बाबा के उर्स में आप लोग आए हैं तो उनके जीवन से कुछ सीख लें। गरीबों और मजलूमों की मदद करें। कोई अगर परेशान हाल आपके पास आया हो उसकी मदद करें, उसकी परेशानी का फायदा न उठाएं। अंत में दुआ के साथ उर्स का समापन हुआ।
इस मौके पर शहर काजी मौलाना साबिर, बाबा मासूम अली मलंग, अब्दुल रज्जाक बाबा, अफराज शाह, इब्राहीम, सादिक अली, नईम, अनीस, शकील, गुलाम मोहम्मद आदि मौजूद रहे।