उरई (जालौन) नगर के मोहल्ला राजेंद्र नगर निवासी माताप्रसाद प्रजापति के पांच बेटियां थी। पिछले वर्ष माताप्रसाद का निधन हो गया था। इसके बाद से ही उनकी सबसे छोटी बेटी ममता रानी अपनी मां की देखरेख कर खुद भी पढ़ाई में जुटी हुयी थी। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। पिता की मौत के बाद मां कुसुम देवी पत्नी स्व. माता प्रसाद उम्र लगभग 56 वर्ष कैंसर रोग से ग्रस्त हो गयी। तो सभी बेटियों ने उनका उपचार कराना शुरू किया लेकिन गत दिवस कुसुम का बिरला हॉस्पिटल ग्वालियर में निधन हो गया।
चूंकि माताप्रसाद के कोई पुत्र नहीं था उनकी पांच बेटियों में बड़ी बेटी का नाम प्रभा, जूली, नीतू, रानी, आरती, ममता रानी प्रजापति है। बेटा न होने की वजह से कुसुम के अंतिम संस्कार का दायित्व उनकी सबसे छोटी पुत्री ममता रानी ने जब मोक्षधाम में अपनी मां कुसुम देवी के शव का अंतिम संस्कार अपने हाथों से किया तो वहां पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयी। इससे पूर्व सभी बेटियों ने मां की अर्थी को कांधा देकर समाज को संदेश देने का काम किया।