झाँसी बच्चों के कुपोषण प्रबन्धन की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी झॉसी द्वारा निर्देश दिये गये कि विशेष अभियान चलाकर व एक वर्ष की कार्ययोजना बनाकर बाल कुपोषण को दूर करें। आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा चिन्हित कुपोषित बच्चों के घर-घर जाकर उन्हें स्थानीय व मौसमी साग-सब्जी जैसे मोटा अनाज, मूंगफली, टमाटर बैंगन, सहजन, अमरूद चुकन्दर, गाजर व पालक इत्यादि में उपलब्ध पोषण तत्वों की जानकारी दी जाये। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां गृह भ्रमण के दौरान पोषण मेन्यू कार्ड डिस्प्ले कराते हुये बच्चों के अभिभावकों को पोषण आहार की मात्रा व आवृत्ति के बारे में जानकारी दे, जिससे कुपोषण को प्रभावी ढंग से रोकथाम हो सकें।
हॉटकुक्ड फूड योजनान्तर्गत पूर्व में खुले खातों को सकिय कराने हेतु एल०डी०एम० झॉसी को निर्देश दिये गये कि एक सप्ताह के अन्दर सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों के हॉट कुक्ड खाते सकिय कराना सुनिश्चित करें। कुपोषित बच्चों के परिवारों को दुधारू गाय उपलब्ध कराये जाने हेतु मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को सूची उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये, जिससे कुपोषित बच्चें का मैपिंग कराते हुये दुधारू गाये दी जा सकें। जनपद में 73 आंगनवाडी केन्द्र भवनों में आन्तरिक विद्युतीकरण कराये जाने की कार्यवाही की जाये। भोजला में स्थापित पुष्टाहार उत्पादन ईकाई से माह:- नवम्बर 2022 व दिसम्बर 2022 के पोषाहार की आपूर्ति जनपद के 04 विकासखण्डों में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों में की जाने के सम्बन्ध में उपायुक्त स्वत रोजगार को समस्त आवश्यक व्यवस्थायें समय से कराये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही पोषाहार वितरण के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये कि जिला कार्यक्रम अधिकारी/ बाल विकास परियोजना अधिकारी नियमित अनुश्रवण करते हुये मानक के अनुसार पोषाहार का वितरण सुनिश्चित करें। साथ ही ग्राम निगरानी समितियों को भी सक्रिय किया जाये।
जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को गोद लिये गये आंगनवाड़ी केन्द्रों का प्रत्येक माह निरीक्षण करने व आदर्श केन्द्र बनाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये गये।
आयोजित बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जनपद में आई०सी०डी०एस० व अन्य कन्वर्जेन्स विभागों द्वारा किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयीं। अन्त में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा आभार प्रकट किया गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी आदि उपस्थित रहे।