हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य पर्यावरण को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके. साथ ही लोगों को इससे निपटने के लिए कदम उठाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. इससे आने वाली पीढ़ी को बेहतर कल दे सकें. ऐसे में मन में सवाल उठता होगा कि आखिर पर्यावरण दिवस की शुरुआत कब हुई थी, इसका महत्व क्या है?
कब हुई थी शुरुआत
सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी है. विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत 1972 में हुई थी. संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को पहली बार पर्यावरण दिवस मनाया था. इसके बाद से हर साल दुनियाभर में पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है.
इस बार क्या है थीम
विश्व पर्यावरण दिवस के लिए प्रतिवर्ष एक खास थीम होती है, जिसके अनुसार यह मनाया जाता है. साल 2019 में ‘वायु प्रदूषण’ थीम थी. वहीं, साल 2020 में ‘जैव विविधता’, 2021 में ‘पारिस्थिकी तंत्र (इकोसिस्टम) का संरक्षण’ और इस वर्ष 2022 में ‘सिर्फ एक पृथ्वी’ थीम थी. इस बार Solutions to Plastic Pollution है. यह थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित है.
प्रकृति पर खतरा बढ़ रहा
बता दें कि दुनिया में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. इसी बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर खतरा बढ़ता जा रहा है. इसे रोकने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाए और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जा सके.