रमपुरा में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन ब्रह्पतिवार को कथावाचक धर्मेन्द्र कृष्ण शास्त्री वृंदावन धाम ने श्रोताओं को श्री कृष्ण भगवान की माखन चोरी एवं पूतना वध कथा का प्रसंग सुना कर कहा की श्री कृष्ण ने अपने बाल सखाओं के साथ गांव में गोपियों के घरों में घुसकर चुरा चुरा का माखन खाया गोपियां प्रेम से उन्हें छलिया माखन चोर के नाम से पुकारने लगी एवं मथुरा में कंस के राज्य में भेजे जाने वाले दूध माखन पर रोक लगा दी तथा गोपियों की दूध माखन की मटकी को फोड़ दिया
श्री कृष्ण भगवान को मरवाने के लिए राजा कंस के द्वारा पूतना सहित अनेकों राक्षसों को भिजवाया गया जिनका श्रीकृष्ण भगवान ने वध कर गांव के लोगों की सुरक्षा की उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए
इस मौके पर ग्राम प्रधान स्वामी प्रसाद राजपूत,बल्ली महाराज राकेश तिवारी,सूरज सोनी,कमल प्रजापति,ओमप्रकाश तिवारी दीनदयाल राजपूत,रवि तिवारी पंडित राजेश तिवारी, शिवम तिवारी रामपाल राजपूत बसोरे माते,मातादीन बंशकार,मनोहर अहिरवार अशरफ खान,बब्बू खान मुंशीलाल झा,धनीराम झा नारायणदास श्रीवास,जमुना अहिरवार विरकुटी नेता दीपेन्द्र प्रताप सिंह रज्जू प्रजापति एवं समस्त मेला कमेटी क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- संजय कुशवाहा