शासन की अध्यक्षता में आहूत जूम मीटिंग में हुई चर्चा
हर स्तर पर तैयारियां पूर्ण कर परिस्थिति के अनुसार उठाये कदम
उरई (जालौन)। गुरुवार को प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में एवं महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, जवाहर भवन, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के निर्देशन में कोरोना के नये वैरियेंट बीएफ 7 से चीन, जापान, अमेरिका, ब्राजील इत्यादि देशों में बढ़ रही मरीजों की संख्या एवं भारत में कोरोना संक्रमण फैलनें की आशंका को दृष्टिगत करते हुए संक्रमण की प्रभावी रोकथाम हेतु जूम मीटिंग का आयोजन किया गया।
राजकीय मेडिकल कालेज, जालौन (उरई) में प्रधानाचार्य डा. द्विजेन्द्र नाथ सहित समस्त प्रभारी अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों की टीम नें जूम मीटिंग में प्रतिभाग किया। जूम मीटिंग के माध्यम से प्राप्त निर्देशों के क्रम में सम्पूर्ण चिकित्सकीय टीम को निर्देश दिये गये कि चिकित्सालय में कोरोना कंट्रोल सेंटर, ट्राएज एरिया, होल्डिंग एरिया, ईसीसीएस, सभी वार्ड, आईसीयू इत्यादि समस्त जगहों पर उपकरणों एवं औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर लिया जाये। चिकित्सालय स्टाफ, मरीजों में एवं ओपीडी में मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही सोशल डिस्टेंसिग का पालन सुनिश्चित कराया जाये। डोनिंग डोफिंग एरिया को पूर्ववत् क्रियाशील रखा जाये। चिकित्सालय एवं पूरे परिसर में साफ-सफाई एवं सैनिटाइजेशन पर भी विशेष ध्यान देनें की आवश्यकता है जिससे कि स्वच्छता एवं सावधानी संबंधी संदेश प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके। प्रभारी अधिकारी (केन्द्रीय औषधि भंडार एवं लाजिस्टिक्स) को निर्देश दिये गये कि पर्याप्त मात्रा में जीवनरक्षक औषधियों के साथ ही अन्य सामान यथा मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि का भंडार कर लिया जाये तथा जिस सामान की आवश्यकता हो उसे तुरन्त डिमांड प्रेषित कर नियमानुसार मंगवा लिया जाये।
प्रधानाचार्य नें उप्र राजकीय निर्माण निगम द्वारा अधूरे छोड़े गये कार्य जैसे कि ईटीपी, एसटीपी, इन्सीनरेटर, इमरजेंसी आक्सीजन पाइपलाइन, ड्रेनेज, वाटरहेड टैंक्स लीकेज, वाटर आउटलेट्स, लिफ्ट्स इत्यादि के संबंध में अवगत कराया जिस पर प्रमुख सचिव महोदय द्वारा निर्माण निगम को निर्देशित करनें सम्बन्धी आदेश जारी किये गये है। प्रधानाचार्य नें कहा कि आक्सीजन जनरेटर की समय-समय पर भौतिक निरीक्षण कर क्रियाशीलता देखी जाये। जूम मीटिंग में चिकित्सकीय टीम में डा. प्रशांत निरंजन (चिकित्सा अधीक्षक), डा. अरूण अहिरवार (सहायक आचार्य, एनेस्थीसिया विभाग), डा. सुशील कुमार (सहायक आचार्य, सर्जरी विभाग), डा. छवि जायसवाल (सहायक आचार्य, बालरोग विभाग), डा. जितेन्द्र मिश्रा (चिकित्सा अधीक्षक), डा. हर्ष पटेल (सहायक आचार्य, बायोकेमिस्ट्री विभाग) एवं समस्त नोडल अधिकारी इत्यादि मौजूद रहें।