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नसीम सोलंकी ने शिवलिंग पर जल चढ़ायाः कानपुर में दिवाली पर मंदिर में दीप जलाए; भाजपा ने पूछा- अब उलेमा फतवा जारी नहीं करेंगे
सीसामऊ से सपा से प्रत्याशी हैं नसीम सोलंकी।
कानपुर में सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। गुरुवार को दिवाली की रात वह वनखंडेश्वर मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा की। दीये जलाए। उनके साथ कुछ समर्थक भी मौजूद थे। जलाभिषेक और दीपदान का वीडियो सपा पार्टी के लोग पोस्ट कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनस उस्मानी ने इसे वोट की राजनीति करार दिया। पूछा- अब मौलाना और उलेमा कहां हैं, जो बात-बात में फतवा जारी कर देते हैं। अगर नसीम जिंदगी में पहली बार मंदिर गईं हैं, तो ये सपा का डर है। सीमामऊ उपचुनाव से पहले वह हिंदू वोटर को अपने पक्ष में करना चाहती हैं।
सीसामऊ विधानसभा में है वनखंडेश्वर मंदिर
महराजगंज जेल में बंद इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी सीसामऊ सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इरफान इस सीट से 4 बार के विधायक हैं। इरफान के जेल में होने की वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी पर दांव खेला। उन्हें कैंडिडेट घोषित कर दिया।इसके बाद से नसीम लगातार मुस्लिम कम्युनिटी में एक्टिव हैं। दिवाली पर नसीम सोलंकी केपी रोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर पहुंची। यह सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें वह दीये जलाती हुई दिख रही हैं। शिवलिंग पर जल भी चढ़ा रही हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ लोग भी मौजूद हैं, जोकि उनके समर्थक लग रहे हैं।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनस उस्मानी ने नसीम सोलंकी के पूजा-पाठ पर प्रतिक्रिया दी। कहा- वीडियो देखकर लगता है कि सपा सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव में डरी हुई है। यही वजह है कि नसीम सोलंकी को हिंदू वोटर्स को अपनी तरफ करने के लिए यह सब करना पड़ रहा है।एक सवाल यह भी उठता है कि मौलाना, उलेमा और काजी कहां हैं? जो बात-बात पर फतवा जारी करते हैं। ऐसे लोगों को तो सबक सिखाने की जरूरत है, जो राजनीति के लिए अपनी धार्मिक मान्यता को न मानते हों।उन्होंने कहा- हम लोग भी बीजेपी में एक जमाने से काम कर रहे हैं। लेकिन पार्टी ने कभी इस तरीके से मंदिर जाने या जल अभिषेक करने जैसी राजनीतिक लाभ के लिए काम करने को नहीं कहा। मैं मुसलमान हूं, तो नमाज पढ़ता हूं, अपनी इबादत करता हूं। जो सनातनी हैं, वो पूजा करते हैं। नसीम सोलंकी ने जिस तरह से शिवलिंग पर जलाभिषेक किया है, इस पर शहर काजी और मौलाना को कार्रवाई करनी चाहिए।