झांसी में रविवार रात दोस्तों के साथ स्टंटबाजी करते समय 12वीं क्लास की छात्रा सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना के बाद उसके दोस्त भी मौके से भाग गए। दरअसल दो बाइकों पर दोस्त रेस लड़ाते हुए स्टंटबाजी कर रहे थे। तभी दोनों बाइक आपस में टकरा गई।
इसके बाद छात्रा बाइक से नीचे गिर गई। यह देख दोस्त मौके से भाग गए। पुलिस पूछताछ के लिए उनकी तलाश कर रही है। उधर, हादसे की खबर मिलते ही छात्रा के परिजन रोते बिलखते हुए अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
तेज गति में दौड़ा रहे थे बाइक
मृतक छात्रा का नाम श्रद्धा शर्मा (18) पुत्री हरीश शर्मा था। वह महानगर के आशिक चौराहा स्थित भाजपा कार्यालय के पास परिवार के साथ रहती थी। रविवार शाम को वह खुशीपुरा निवासी सुमित, दतिया निवासी शिवम आदि के साथ घूमने निकली थी। पुलिस का कहना है कि सुमित बाइक चला रहा था और श्रद्धा उसके पीछे बैठी हुई थी। जबकि शिवम के पास बुलेट थी। उसके पीछे दो लड़कियां बैठी थी।
दोनों किला रोड से होते हुए मिनर्वा चौराहे की तरफ तेज रफ्तार से बाइक दौड़ा रहे थे। रात करीब 10 बजे जैसे ही यह लोग तेज रफ्तार से मिर्नवा चौराहे के करीब पहुंचे, सुमित की गाड़ी शिवम से रगड़कर अनियंत्रित हो गई। इसी बीच श्रद्धा भी खुद को संभाल नहीं सकी और बाइक से नीचे जा गिरी। हादसे में वह बुरी तरह घायल हो गई। उसके कपड़े खून से सन गए।
अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा
हादसे के बाद बड़ी संख्या में राहगीर जमा हो गए। सूचना मिलने पर कोतवाल संजय गुप्ता, मिनर्वा चौकी इंचार्ज ईश्वर दीन साहू भी पहुंच गए। घायल श्रद्धा को पहले सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। हालत ज्यादा गंभीर होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
इधर, हादसे के बाद उसके सभी दोस्त मौके से भाग निकले। युवती के मौत की सूचना मिलते ही भाई नितिन, उसकी मां समेत अन्य रोते-बिखलते मौके पर पहुंच गए। इंस्पेक्टर संजय गुप्ता के मुताबिक सोमवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।
पिता रोडवेज से रिटायर
श्रद्धा की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मचा हुआ है। उसके पिता हरीश शर्मा रोडवेज से सेवानिवृत्त होने के बाद परिवार के साथ रहते हैं। तीन भाई-बहनों में वह सबसे छोटी थी। उससे बड़े भाई नितिन और एक बहन की शादी हो चुकी थी। श्रद्धा अभी पढ़ रही थी। बेटी की लाश देखकर मां ऊषा बेहोश हो गई।