उरई (जालौन)। कदौरा थाना पुलिस, एसओजी व सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम ने मरगाया स्थित मंदिर से चोरी की गई मूर्ति के मामले में महिला सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। चोरी के माल के साथ मामले का खुलासा एसपी ने कार्यालय में किया। एसपी रवि कुमार ने अष्टधातु की मूर्ति की चोरी का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 29 दिसंबर को गोविंद सिंह पुत्र शुघर सिंह निवासी भेड़ी खुर्द थाना कदौरा ने कदौरा थाने में तहरीर दी थी। जिसमें बताया गया था कि अज्ञात चोरों ने ग्राम मरगांया स्थित मंदिर से राम जानकी की अष्टधातु की मूर्तियों को चोरी कर लिया है। इस पर पुलिस ने चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने अपर पुलिस अधीक्षक असीम चैधरी और क्षेत्राधिकारी कालपी के नेतृत्व में कदौरा थाना पुलिस व एसओजी व सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम को लगाया था।
जिसके चलते टीम ने साक्ष्यों को एकत्र कर मुखबिर की सूचना पर कानपुर नगर के थाना क्षेत्र सांड ग्राम चिरली के पास से सोमवार 9 जनवरी को स्वतंत्र प्रताप सिंह उर्फ राजा पुत्र नागेंद्र सिंह निवासी चिरली थाना सांड जनपद कानपुर नगर, शशांक ठाकुर पुत्र हरिमोहन सिंह निवासी ग्राम मलासा थाना भोगनीपुर जनपद कानपुर देहात, लक्ष्मी पुत्री जयराम निवासी नरवल थाना नरवर जनपद कानपुर नगर और सोम चंद्र जायसवाल पुत्र रामेश्वर जयसवाल निवासी 108 गोपाल नगर विद्युत जनपद कानपुर नगर को गिरफ्तार कर लिया।
जब उनकी तलाशी ली तो उनके पास से एक कटी हुई लक्ष्मण जी की मूर्ति एक मूर्ति रांगा की कटी हुई, तीन मोबाइल फोन और एक मोटर साइकिल नंबर यूपी 92 जीक्यू 9275 बरामद की। अभियुक्तों को चोरी की शत-प्रतिशत माल के साथ गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस ने शातिर चोरों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह लोग मरगाया मंदिर में आए थे। तो पता चला कि मंदिर में जो मूर्तियां स्थापित हैं उनकी कीमत करोड़ों में है। फिर वह लोग मंदिर में बाबा जी से मिले और मंदिर की भूमि को बल कट पर लेने की बात करके वहां रुक गए। रात में मौका पाकर मंदिर का ताला तोड़ा और मूर्ति चुराकर मोटरसाइकिल से भाग गए। वह लोग मूर्तियों के अंदर हीरे जवाहरात होने की बात पर दो मूर्तियों को काटकर देखा, लेकिन उसमें से कुछ नहीं निकला।
इसके बाद उन मूर्तियों को पांडु नदी में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया पकड़े गए अभियुक्त स्वतंत्र और लक्ष्मी के ऊपर कानपुर देहात में 3 मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में कदौरा थाना अध्यक्ष उमाकांत ओझा, सर्विलांस सेल प्रभारी योगेश पाठक, उप निरीक्षक रामचंद्र, हेड कांस्टेबल गौरव बाजपेई आदि शामिल रहे।