उरई (जालौन)। बुधवार को जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने नगर पालिका परिषद उरई द्वारा ग्राम मंगराया में निर्माणाधीन साॅलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदायी संस्था को निर्देशित करते हुये कहा कि कार्य मानक, गुणवत्ता के अनुरूप निर्धारित समय में पूर्ण कराया जाये इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। ग्राम मंगराया में साॅलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट बनाया जा रहा है इसके बनने से ठोस कचड़े का प्रबंधन हो सकेगा। अब तक ठोस कचड़ा यूं ही पड़ा रहता था इसे जलाया जाता तो अधिक धुंआ फैलने के कारण प्रदूषण बढ़ता हैं।
इस अपशिष्ट कचड़े का प्रबंधन होगा तो प्रदूषण में कमी आयेगी और कचड़े का निस्तारण भी हो सकेगा। निर्माणाधीन प्लांट के माध्यम से नगर पालिका परिषद क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण किया जायेगा। साॅलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट 90 टीपीडी का निर्माण 1094.40 लाख रुपए की धनराशि से कराया जा रहा हैं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका उरई विमलापति, कार्यदायी संस्था सहित आदि मौजूद रहे।
फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट को जल्द कराया जाये संचालित : डीएम
जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने राजकीय मेडिकल कालेज उरई के पीछे सेप्टिक मैनेजमेंट के अन्तर्गत निर्मित किये जा रहे 32 केएलडी क्षमता के फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण संबंधी सभी कार्यो को निर्धारित अवधि के अन्तर्गत पूर्ण कर संचालित किये जाने के निर्देश दिये। इस प्लांट के निर्माण हेतु रुपए 521.33 लाख की धनराशि सेन्टेज सहित शासन से स्वीकृति हुई थी। निर्माणाधीन प्लांट का लगभग 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है जिस पर जिलाधिकारी ने शत प्रतिशत कार्य पूर्ण कर प्लांट संचालित किया जाये। प्लांट के संचालन हेतु 3 नगर सैसपूल टैंकर क्रय किये गये है जिनकी क्षमता 2 नग 4 हजार लीटर व 1 नग 1 हजार लीटर के है। इन टैंकरों से शहर के सैप्टिक टैंको से स्लज लाकर ट्रीट किया जायेगा। यह प्लांट पूर्णतः सौर्य ऊर्जा पर संचालित हैं। जिलाधिकारी ने स्थापित यंत्र संयंत्र को चलवाकर स्लज ट्रीट कराकर भी देखा गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, कार्यदायी संस्था सहित आदि मौजूद रहे।