जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने किया तहसील मऊरानीपुर का शीतकालीन वार्षिक निरीक्षण, कैंपस का रखरखाव और बेहतरीन साफ सफाई के दिए निर्देश

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आज तहसील मऊरानीपुर का शीतकालीन वार्षिक निरीक्षण करते हुये कहा कि निरीक्षण का उद्देश्य कमियों को उजागर करना नही बल्कि कहीं कोई कमी है तो सुझाव देकर उसे ठीक करना है।
उन्होने सम्पूर्ण तहसील का भ्रमण करते हुये विभिन्न अनुभागों/ पटलों, राजस्व न्यायालय एवं अभिलेखागार का विस्तृत निरीक्षण किया। पंजिकाओं को अद्यवधिक किए जाने, 05 वर्ष पुराने राजस्व वादों का निस्तारण में गति लाए जाने, आरसी वसूली एवं विभिन्न प्रमाण पत्र हेतु प्राप्त आवेदन का समय निस्तारण किए जाने आदि के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कोर्ट का निरीक्षण करते हुये उन्होने कहा कि कोर्ट केस लगातार सुने जाये। राजस्व विभाग का मूल कार्य है कोर्ट केस की सुनवाई कर निस्तारण करना है,अतः वादों के निस्तारण में प्राथमिकता देते हुए वादों के निस्तारण में तेजी लाएं।


जिलाधिकारी रविंद्र कुमार द्वारा तहसील मऊरानीपुर के अभिलेखागार का निरीक्षण किया, निरीक्षण मेंअभिलेखागार की सफाई व्यवस्था अच्छी पाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की, सभी राजस्व ग्रामों के बस्तों को गांव वार सुसज्जित ढंग से रखा गया है। कुछ गांवों के बस्ते दो-दो हैं, जिसके संबंध में तहसीलदार द्वारा बताया गया कि एक गांव के अभिलेख अधिक होने के कारण दो बस्ते है। बन्दोबस्त नक्शा के संबंध में पूछे जाने बताया गया कि बन्दोबस्त नक्शा जिला मुख्यालय में उपलब्ध रहता है, जिलाधिकारी ने बन्दोबस्त नक्शा महत्वपूर्ण होने के कारण लेखपालों के बजाय अभिलेखागार में रखे जाने का सुझाव दिया।
जिलाधिकारी ने राजस्व अभिलेखागार में रैंडमली राजस्व ग्राम के बस्ते का निरीक्षण किया गया। बस्ते में कुछ अभिलेख बहुत पुराने है और कुछ अभिलेख ब्रिटिश काल के आधार वर्ष खसरा 13590 देखा गया। उन्होंने अभिलेखों को डिजिटलाईज्ड कराने के निर्देश दिये गये जिससे कि खसरा जीर्ण-शीर्ण न हो।


जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने तहसील मऊरानीपुर में शीतकालीन निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी/ तहसीलदार व नायब तहसीलदार की कोर्ट का निरीक्षण किया और राजस्व वादों की जानकारी प्राप्त की, उन्होंने लंबित राजस्व वादों के निस्तारण को प्राथमिकता से निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि राजस्व वादों के निस्तारण में पूर्व से प्लानिंग करते हुए वादों को सुना जाए तो निस्तारण को गति प्रदान होगी। उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को अन्य ड्यूटी में संलिप्त ना करते हुए वादों के अधिक से अधिक निस्तारण कराए जाने के निर्देश दिए ताकि लंबित वादों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जा सके। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील मऊरानीपुर में 10 बड़े बकायादारों की अंकित सूची को देखा गया है। सूची में टॉप 10 बकायादारों की जानकारी ली और चस्पा सूची से बकायादारों पर प्रभावी प्रभाव पड़ता है के बारे में जानकारी प्राप्त की, उन्होंने नियमानुसार बकायेदारों से वसूली करने के निर्देश दिये।


अध्यक्ष राजस्व परिषद ने निरीक्षण के दौरान वसूली की समीक्षा करते हुये आरसी के द्वारा वसूली की जानकारी ली। मुख्य देयो के साथ राजस्व/कर-करेत्तर की वसूली की प्रगति को देखा और कहा कि शासन की लक्ष्य के अनुरूप समस्त वसूली शत-शत किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वामित्व एवं वरासत योजना की जानकारी ली और अच्छा काम होने पर प्रशंसा व्यक्त की। शीतकालीन वार्षिक निरीक्षण में उन्होने मानव सम्पदा पोर्टल की समीक्षा करते हुये कहा कि मानव सम्पदा पोर्टल पर कर्मचारियों एवं अधिकारियों की जानकारी त्रुटिरहित अपलोड करें। उन्होंने निरीक्षण के दौरान घरौनी प्रमाण पत्र वितरित की भी जानकारी ली।

इस मौके पर अपर जिला जिलाधिकारी “नमामि गंगे” संजय पांडेय, उप जिलाधिकारी मऊरानीपुर मृत्युंजय नारायण मिश्रा, क्षेत्राधिकारी पुलिस, तहसील बार अध्यक्ष बैजनाथ तिवारी, तहसीलदार,नायब तहसीलदार, इंस्पेक्टर मऊरानीपुर कोतवाली व अन्य अधिकारी कर्मचारी व अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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