जिला अस्पताल के पोषण पुर्नवास केंद्र में मिली अव्यवस्थायें

उरई (जालौन)। बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. सुचिता चतुर्वेदी द्वारा जिला चिकित्सालय स्थित पीकू वार्ड का किया गया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार बनौधा को दिए आवश्यक निर्देश । इसके बाद चिकित्सालय स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र का किया गया निरीक्षण के दौरान वहां की अव्यवस्था को लेकर के कई प्रश्न किए तथा तत्काल पोषण पुनर्वास केंद्र की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
इसके बाद माननीय सदस्य द्वारा चिकित्सालय परिसर स्थित आपकी सखी वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया गया तथा निरीक्षण के क्रम में वन स्टॉप सेंटर के कार्मिकों को विधिवत निर्देश दिए कि किसी भी हिंसा से पीड़ित महिला या बालिका को आप लोग भावात्मक सपोर्ट देकर उसके पारिवारिक पुनर्वासन में सहयोग प्रदान करें तथा उस केस का नियमित फॉलोअप करें। इसके पश्चात टिमरों में आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण सदस्य द्वारा की गई तथा आंगनवाड़ी केंद्र के गेट पर स्थित कुएं को लेकर गहरा रोष प्रकट किया गया निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तिखार अहमद को निर्देशित किया कि कुआं को ढकने के लिए या इससे बच्चों के जानमाल को खतरा न हो इसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी से बात कर समुचित कदम उठाएं। इसके बाद टिमरों में अनुरागी संस्था द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सदस्य ने नशा उन्मूलन तथा सामाजिक कुरीति बाल विवाह को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए संबंधित लोगों से आव्हान किया। इसके उपरांत सदस्य ने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बच्चों के लिए काम करने वाली समस्त विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आहूत की गई।

सर्वप्रथम जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ. अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने जनपद में कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों के बारे में तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड व सामान्य योजना से आच्छादित बच्चों के बारे में बैठक में उपस्थित समस्त सदस्यों को अवगत कराया कि इन्हें प्रथम त्रैमासिक किस्त इन के खाते में भेज दी गई है तथा जल्द ही कक्षा 9 से ऊपर में अध्ययनरत छात्रों को जो मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से आच्छादित किया गया है लैपटॉप उपलब्ध करा दिया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की समीक्षा की गई वर्तमान समय तक 1811 बालिकाओं को इस योजना से इस वित्तीय वर्ष में लाभान्वित किया गया है। बाल विकास विभाग की समीक्षा में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में आंगनवाड़ी केंद्र सुचारू रूप से संचालित हो रहे हैं तथा कुपोषित बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने की व्यवस्था की जा रही है तथा समय-समय पर इन्हें पौष्टिक भोजन व दलिया आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कुछ पद खाली हैं जिन्हें जल्द ही भर लिया जाएगा बेसिक शिक्षा विभाग में आरटीआई एक्ट के तहत स्कूलों की समीक्षा की गई तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार को निर्देशित किया गया इसका क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए ताकि बच्चे लाभान्वित हो पाए। श्रम विभाग पुलिस विभाग तथा अन्य समस्त विभागों की समीक्षा की गई तथा आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए।

बैठक में उप जिलाधिकारी हेमंत पटेल, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यम कुमार त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तखार अहमद, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रामदत्त प्रजापति, सीओ सिटी तथा बाल कल्याण समिति के सतीश चंद्र राजपाल, एसके चैधरी, गरिमा पाठक विनीता बाथम, किशोर न्याय बोर्ड से नीलू मिश्रा व महिला कल्याण विभाग से अलकमा अख्तर, जूली खातून, नीतू, रिचा द्विवेदी, प्रवीणा, ज्योति तथा अन्य समस्त अधिकारियों कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।

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