उरई (जालौन)। पांचाल समाज के लोग शपथ ग्रहण में जब किसी अन्य समाज के नेता द्वारा शपथ ग्रहण लेते हैं यह एक बहुत अच्छी पहल है। बगैर भेदभाव के साथ सभी जातियों से मिलकर चलने वाला संगठन है इनका उद्देश्य सर्व समाज में मिलकर चलने की प्रेरणा देता है। यह बात भाजपा जिला अध्यक्ष रामेंद्र सिंह बना जी द्वारा रविवार को लल्ला धाम में आयोजित अखिल भारतीय पांचाल महासभा समिति के शपथ ग्रहण समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि समाज के संगठन का वृक्ष लगाकर समाज के विकास में अहम भूमिका निभायेंगे और संगठन समाज का हो परंतु जातिवाद भेदभाव नहीं होना चाहिए जो इस समाज में मुझे दिखाई दिया। निवर्तमान जिला अध्यक्ष रामशंकर पांचाल ने कहा कि इस समाज के स्नेह एवं आशीर्वाद से मैंने धर्मशाला और मंदिर का निर्माण करने को मिलेगा और यह समाज को 1 वर्ष में निर्माण कराकर समाज के हाथों सौंप दूंगा।
शपथ ग्रहण समारोह में अखिल भारतीय पांचाल महासभा के अध्यक्ष रामनरेश पांचाल, उपाध्यक्ष रवि तीतरा, महासचिव कौमेश पांचाल, कोषाध्यक्ष घनश्याम पांचाल, एवं महिला जिला अध्यक्ष वंदना पांचाल ने शपथ ग्रहण ली। नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष रामनरेश पांचाल ने कहा कि मैं संगठन में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को लेकर चलेंगे। समाज की दशा एवं दिशा बदलने का भरसक प्रयास करूंगा यही मेरा उद्देश है। संदीप पांचाल की निष्ठा एवं लगन से प्रदेश स्तर का पदाधिकारी बनाए जाएगा यह मंच से घोषणा की गई। शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्षता करते हुए बेनी प्रसाद पांचाल ने कहा कि समाज को एकजुट रहकर काम करना चाहिए तभी समाज का भला हो सकता है।
इस मौके पर डॉ. गिरीश चतुर्वेदी नगर अध्यक्ष भाजपा अरुण गुप्ता, संस्थापक अध्यक्ष रमेश पांचाल, कवि डॉ. रामकृपाल पांचाल, श्रीप्रकाश पांचाल, रामप्रसाद पांचाल, श्यामबाबू पांचाल, संजय पांचाल, श्याम कपूर आटा, राजू पांचाल इमिलिया, भजन, मोहन रोहित पांचाल बलवान पांचाल, योगेंद्र मोहन पांचाल, रोहित पांचाल, रामकुमार उरगांव रमाकांत, प्यारेलाल, गयानारायण, विजय, मोहन पांचाल अमित पांचाल अंकित पांचाल, अंशु पांचाल अमित आदि लोग उपस्थित रहे।
समाज की महिलाओं को एकजुटता करना पहली प्राथमिकता
अखिल भारतीय पांचाल महासभा समिति के महिला जिलाध्यक्ष बनायी गयी वंदना पांचाल ने अपने दायित्व की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता समाज की महिलाओं को एकजुट कर उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करने ही होगी। यदि समाज की महिलायें जागरूक होंगी तो निश्चित रूप से समाज को तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि बेटियों को बेटों की तरह ही शिक्षित करायें ताकि वह जागरूक हो सके।