अंतरिक्ष से नजर आया बिपरजॉय अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से ली गई तस्वीर, यह तूफान कल गुजरात से टकराएगा, भारी बारिश शुरू

अरब सागर में उठा तूफान बिपरजॉय अंतरिक्ष से भी नजर आ रहा है। इंटरने​​​​​​शनल ​स्पेस स्टेशन (ISS) पर तैनात संयुक्त अरब अमीरात के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल नेयादी ने इसका वीडियो शेयर किया है। तूफान 15 जून की शाम तक कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराएगा। इस दौरान 150 किमी/घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। इसके चलते बुधवार को गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है।

इससे पहले कच्छ में बुधवार शाम 5:05 बजे भूकंप भी आया। इसकी तीव्रता 3.5 आंकी गई। ​​​​​

अब तक 9 की मौत, कच्छ-सौराष्ट्र में बारिश का रेड अलर्ट
तेज हवाओं और ऊंची लहरों के चलते अब तक 9 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, गुजरात सरकार ने कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा में 7 जिलों से 50 हजार से ज्यादा लोगों को निकालकर शेल्टर होम में भेजा है। NDRF की 18 टीमें तैनात हैं। IMD ने रेड अलर्ट के साथ गुरुवार को कच्छ-सौराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

आपदा को टालने के लिए द्वारकाधीश मंदिर पर 2 ध्वज फहराए

द्वारकाधीश मंदिर के शिखर पर पांच दिन तक ध्वज नहीं फहराया जाएगा। करीब 20 फीट नीचे दो ध्वज फहराए गए हैं।
द्वारकाधीश मंदिर के शिखर पर पांच दिन तक ध्वज नहीं फहराया जाएगा। करीब 20 फीट नीचे दो ध्वज फहराए गए हैं।

परंपरा के अनुसार सोमनाथ के द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य शिखर पर 5 बार ध्वज बदला जाता है, लेकिन मंगलवार से यहां ध्वज नहीं फहराया गया है। इसके नीचे दो ध्वज फहराए गए हैं। दरअसल, दो ध्वज एक साथ फहराने के पीछे एक मान्यता है। कहा जाता है कि इससे आपदा टल जाती है।

अब मंदिर प्रशासन ने तय किया है कि 17 जून तक मुख्य शिखर पर नया ध्वज नहीं लगाया जाएगा। मंदिर के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। मंदिर के शिखर की ऊंचाई 150 फीट है। तूफान को देखते हुए 15 जून को मंदिर बंद रहेगा।

गुजरात के मांडवी में तट पर तेज हवाएं चल रही हैं और हाई टाइड के चलते ऊंची लहरें उठ रही हैं।
गुजरात के मांडवी में तट पर तेज हवाएं चल रही हैं और हाई टाइड के चलते ऊंची लहरें उठ रही हैं।

25 साल में जून में गुजरात से टकराने वाला पहला तूफान
बिपरजॉय पिछले 25 साल में जून महीने में गुजरात के तट से टकराने वाला पहला तूफान होगा। इससे पहले 9 जून 1998 को एक तूफान गुजरात के तट से टकराया था। तब पोरबंदर के पास 166 KMPH की रफ्तार से हवा चली थी।

बीते 58 साल की बात करें तो 1965 से 2022 के बीच अरब सागर के ऊपर से 13 चक्रवात उठे। इनमें से दो गुजरात के तट से टकराए। एक महाराष्ट्र, एक पाकिस्तान, तीन ओमान-यमन और छह समुद्र के ऊपर कमजोर पड़ गए।

टोटके भी अपना रहे हैं लोग

तूफान से बचने के लिए लोग अजब-गजब टोटके भी अपना रहे हैं। जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने साइक्लोन से बचने के लिए अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं। उनका मानना है कि ऐस करने से तूफान गांव में नहीं घुसेगा।

अब फोटो-वीडियो में देखिए तूफान का असर और इससे बचाव की तैयारियां

गुजरात के द्वारका में बुधवार को समुद्र की लहरें आम दिनों से तेज रहीं
गुजरात के द्वारका में बुधवार को समुद्र की लहरें आम दिनों से तेज रहीं
कच्छ के बंदरगाह में खड़ीं नावें। मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में जाने की अनुमति नहीं है।
कच्छ के बंदरगाह में खड़ीं नावें। मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में जाने की अनुमति नहीं है।
मुंबई के मरीन ड्राइव पर हाई टाइड की वजह से ऊंची लहरें उठ रही हैं।
मुंबई के मरीन ड्राइव पर हाई टाइड की वजह से ऊंची लहरें उठ रही हैं।

मैप से समझिए तूफान का रूट…

मांडवी के स्वामीनारायण मंदिर में 5000 फूड पैकेट्स तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें आसपास के तूफान प्रभावित इलाकों में बांटा जाएगा।
मांडवी के स्वामीनारायण मंदिर में 5000 फूड पैकेट्स तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें आसपास के तूफान प्रभावित इलाकों में बांटा जाएगा।
अमरेली पुलिस ने गुजरात के जाफराबाद में शियालबेट गांव में लोगों को सब्जी और दूध जैसे जरूरी सामान पहुंचाए।
अमरेली पुलिस ने गुजरात के जाफराबाद में शियालबेट गांव में लोगों को सब्जी और दूध जैसे जरूरी सामान पहुंचाए।
कच्छ के मांडवी बीच पर तैनात NDRF दल के सदस्य।
कच्छ के मांडवी बीच पर तैनात NDRF दल के सदस्य।
गुजरात के जूनागढ़ से लोगों को शेल्टर होम ले जाते समय की तस्वीर।
गुजरात के जूनागढ़ से लोगों को शेल्टर होम ले जाते समय की तस्वीर।
तूफान के चलते ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर कच्छ से रेस्क्यू कैंप की तरफ जाते लोग।
तूफान के चलते ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर कच्छ से रेस्क्यू कैंप की तरफ जाते लोग।
BSF जवानों ने कच्छ के तटीय इलाकों के कुछ लोगों को अपने बॉर्डर आउटपोस्ट में ठहरने की जगह दी।
BSF जवानों ने कच्छ के तटीय इलाकों के कुछ लोगों को अपने बॉर्डर आउटपोस्ट में ठहरने की जगह दी
गुजरात के द्वारका में समुद्र किनारे एक मंदिर तक उठती लहरें।
गुजरात के द्वारका में समुद्र किनारे एक मंदिर तक उठती लहरें।
वीडियो गुजरात के द्वारका के गोमती घाट का है, जहां कई फीट ऊंची लहरें किनारे से टकरा रही हैं।
वीडियो गुजरात के द्वारका के गोमती घाट का है, जहां कई फीट ऊंची लहरें किनारे से टकरा रही हैं।
मांडवी बीच पर तेज हवाएं चल रही हैं। इस दौरान बीच से गुजरता एक शख्स।
मांडवी बीच पर तेज हवाएं चल रही हैं। इस दौरान बीच से गुजरता एक शख्स।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने कच्छ के अस्पतालों का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने कच्छ के अस्पतालों का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।
सिंध के तटीय इलाकों से निकाले गए लोग एक स्कूल में बने राहत शिविर में रुके हैं।
सिंध के तटीय इलाकों से निकाले गए लोग एक स्कूल में बने राहत शिविर में रुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights