जालौन (उरई)। राष्ट्रीय ग्राम स्वरोजगार अभियान एवं सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण के तहत ब्लॉक सभागार में क्षेत्र पंचायत सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिसमें क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उनके अधिकारों और विकास योजनाओं में उनकी सहभागिता पर जानकारी दी गई।
पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के तत्वावधान में राष्ट्रीय ग्राम स्वरोजगार अभियान एवं सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण के तहत ब्लॉक सभागार में बीडीओ संदीप यादव की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिसमें बीडीओ ने सभी सदस्यों से अपने अपने क्षेत्र में बिना भेदभाव व पारदर्शिता से विकास कार्य करने की अपील की। कहा कि क्षेत्र पंचायत सदस्य जिला पंचायत व ग्राम पंचायत के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी है। प्रशिक्षण से ही आपको अपने अधिकारों के प्रति सही जानकारी मिल सकेगी। क्षेत्र के विकास में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उसका सही ढंग से निर्वाहन करें। यदि आप अपनी भूमिका का सही ढंग से निर्वहन करते हैं तो क्षेत्र में विकास होकर रहेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक हरिशंकर मिश्रा ने पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार एवं मातृ भूमि योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बीडीसी सदस्यों को उनके अधिकारों, कर्तव्यों, 15वां वित्त आयोग व समितियों के गठन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। विनय कुमार ने पंचायत पुरस्कार राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर मिलने वाले ग्राम पंचायत पुरस्कार के विषय में बताया। साथ ही क्षेत्र पंचायत के गठन, उनके कार्य, क्षेत्र पंचायत विकास योजना, भारत मिशन के साथ ही विकास लक्ष्यों के स्थायीकरण के बारे में जानकारी देकर बताया कि गरीब मुक्त गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी व महिला हितैषी गांव, स्वच्छ एवं हरित गांव, आत्मनिर्भर गांव, सुशासन व सामाजिक गांव आप लोगों की सहभागिता से ही बन सकता है। इसके लिए आपको सक्रिय भूमिका निभानी पड़ेगी। इस मौके पर सुभाष द्विवेदी, छाया, माया, सिद्दीकी, रीता, अतुल कुमार, रामकुमार, शिवप्रताप, पवन कुमार आदि मौजूद रहे।