झाँसी : शासन के निर्देशानुसार निपुण भारत मिशन एवं ऑपरेशन कायाकल्प योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय मंडलीय कार्यशाला का आयोजन पंडित दीनदयाल सभागार, झांसी में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती जी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया, इस दौरान जनपद झांसी के विकासखंड बड़ागांव स्थित प्राथमिक विद्यालय कोर्ट, बड़ा गांव के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया तथा विद्यालय की बालिकाओं द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यशाला में निपुण भारत मिशन के महत्व पर आधारित एक चलचित्र फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त झांसी डॉ0 आदर्श सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों की प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने तथा कक्षा 3 तक के सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करना “निपुण भारत मिशन” का प्रमुख उद्देश्य है। निपुण भारत योजना को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आरंभ किया गया है। निपुण भारत मिशन के माध्यम से सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाना है जिसके माध्यम से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों में विकसित किया जा सके।
निपुण भारत योजना के माध्यम से वर्ष 2026-27 तक प्रत्येक बच्चे को तीसरी कक्षा के अंत तक पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्रदान की जाएगी। इस योजना का कार्यान्वयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाना है। निपुण भारत मिशन स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा है। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में स्थापित तंत्र राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लाक-स्कूल स्तर पर संचालित किये जाएंगे। इस योजना का शुभारंभ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए किया गया है।
कार्यशाला में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक ने कहा कि आज की यह गोष्टी ऑपरेशन कायाकल्प एवं निपुण भारत कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई है ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत मंडल के 80% विद्यालयों को अवस्थापना के 19 मानकों के अनुरूप संतृप्त किया जा चुका है। इसके साथ ही इस मिशन का कार्य प्रदेश को बुनियादी शिक्षा के तहत निपुण बनाना भी है।
इस दौरान राज्य परियोजना कार्यालय के प्रतिनिधि ने कहा कि बच्चों के शैक्षिक ज्ञान के विकास हेतु शिक्षक एवं बच्चों के बीच मधुर आत्मीय संबंध होना अति आवश्यक है निश्चित रूप से यदि बच्चों के साथ शिक्षक के व्यवहार मधुर होते हैं तो उसके चमत्कारिक परिणाम बच्चों के शैक्षिक विकास में देखने को मिलते हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ विशेषज्ञ लखनऊ एस.के. तिवारी ने कहा कि कोई भी विद्यालय तभी एक आदर्श विद्यालय बन सकता है जब उस विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं सुदृण हों। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत 19 अब स्थापना मानकों के तहत झांसी मंडल के अधिकांश विद्यालयों का सुदृढ़ीकरण किया जा चुका है कायाकल्प योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु बेसिक शिक्षा अधिकारी संबंधित क्षेत्र के खंड विकास अधिकारियों के साथ अनिवार्य रूप से विद्यालयों के कायाकल्प पर नियमित रूप से चर्चा करें।
कार्यशाला में उपस्थित मंडल के तीनों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों के उन्नयन हेतु अब स्थापना सुविधाओं के लिए निर्धारित 19 पैरामीटर से संतृप्ति करण एवं नगर क्षेत्र के विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के सशक्तिकरण तथा निपुण भारत मिशन की व्यापक जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी झांसी जुनैद अहमद, मुख्य विकास अधिकारी जालौन अभय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी ललितपुर अनिल कुमार पांडे, सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक अरुण कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी झांसी नीलम यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ललितपुर रामप्रवेश, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जालौन सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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